इस पर उसने हां कहा. फिर मैंने उसको कहा कि पहले प्रॉमिस करो कि मना नहीं करोगी तो वो बोली हां नहीं करूंगी. तो मैंने उससे बोला कि मैं तम्हें पसन्द करता हूँ और तुमसे बहुत प्यार करता हूँ…
नमस्ते दोस्तों, मेरा नाम दीपक है और मैं उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ. दोस्तों, मैं अभी बी. एससी. कर रहा हूँ और मेरी यह कहानी तब की है जब मैं 12वीं की पढ़ाई कर रहा था.
दोस्तों, मैं दिखने में काफी स्मार्ट हूँ. मेरा कद 5 फुट और 8 इंच का है और मेरे लौड़े का साइज 7 इंच है. मेरा शरीर एवरेज है, मतलब न मैं ज्यादा मोटा हूँ और न ही ज्यादा पतला लेकिन हां गोरा जरूर हूँ.
अब मैं आप लोगों का ज्यादा समय न बरबाद करते हुए सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ. मेरे एक ताऊ हैं, उनकी चार संतानें हैं. जिनमें से 2 लड़की और एक लड़का है. ताऊ की छोटी लड़की का नाम नेहा है.
नेहा की मम्मी और भाई आगरा के नज़दीक अपने गांव मे रहते है और उसकी बड़ी बहन की शादी हो गयी है. शहर में नेहा अब अपने पापा के साथ रहती है. एक ही परिवार होने के कारण मेरी और उनकी फैमली एक ही घर में एक साथ रहती है.
माफ़ करना दोस्तों, नेहा दीदी के बारे के तो मैंने आप सब को बताया ही नहीं. उनकी उम्र यही कोई 23 साल के आस – पास है और उनका फिगर 36-34-32 का है. उनकी गांड के बारे में तो पूछो ही मत! एक बार देख लो तो मुठ मारे बिना रह ही ना पाओगे.
दोस्तों, मैंने नेहा दीदी को कभी भी गन्दी नज़रों से नहीं देखा था, पर जब मैं 12वीं में आया तो सेक्स के बारे में मेरी समझ बढ़ी और फिर मैं उसके बारे में और ज्यादा सीखने लगा. धीरे – धीरे मुझे सेक्स के बारे में काफी जानकारी हो गई थी. अब मुझे भी चूत मारने के लिए मिलनी चाहिए. लेकिन कैसे? मैं पूरे दिन यही सोचता रहता था और कोशिश भी करता. पर लाख कोशिश के बाद भी मुझे कोई चूत नहीं मिली.
एक दिन की बात है, मैं और नेहा दीदी बैठ कर घर में ही टीवी देख रहे थे. रात का समय था और उस दिन घर पर कोई था. घर के सभी लोग एक शादी में गए थे. मेरा जाने का मन नहीं था और नेहा को कुछ काम था, इसलिए वो भी नहीं गयी.
टीवी पर उस समय हॉलीवुड की एक मूवी आ रही थी. कुछ देर बाद उस पर सेक्स सीन आने लगा. अब मेरा लंड खड़ा होने लगा और तभी उसने चैनल बदलकर वो मूवी ही हटा दी. इस पर मुझे गुस्सा आ आ गया मैंने उस पर चिल्ला दिया तो वो वहां से उठ कर चली गयी. उसके जाते समय मैंने उनकी गाण्ड को देखा, क्या मटक – मटक कर चल रही थी! मैं तो देखता ही रह गया.
उस दिन मेरे मन में पहली बार उनके लिये ऐसे ख्याल आये थे. अब मैं उनको चोदने के बारे में सोचने लगा. मेरा लन्ड अभी भी खड़ा था तो सबसे पहले मैंने बाथरूम में जा कर उनके नाम की मुठ मारी. यार, पूछो ही मत कि उनके नाम की मुठ मार कर कैसा लग रहा था.
मुठ मारने के बाद मैंने सोचा कि जब मुठ मारने में इतना मजा आ रहा है तो अगर ये चोदने को मिल जाए तो उसमें कितना मज़ा आयेगा. यही सोच कर मैं बाथरूम से बाहर आया और उनके पास गया तो वो सैड सी मुंह झुकाए बैठी थी.
उन्हें देख कर मुझे लगा कि वो मुझसे गुस्सा है तो मैंने उनसे सारी बोला और जब गौर से उनकी तरफ देखा तो वो रो रही थी. फिर उन्होंने मुझसे कहा कि तू भी चिल्ला रहा था, सब ऐसे ही मुझे चिल्लाते हैं तो फिर मैंने उनके आंसू पोछे और बोला कि दीदी आगे से ऐसा नहीं करूँगा. इस पर वो शांत हो गईं और हंस दीं.
आज घर पर कोई था नहीं तो मैंने सोचा कि मुझे जो भी करना है, आज ही करना है. फिर मैंने उनको डिनर बाहर करने के लिये बोला तो वो मान गयी और मैं वहां से उठ कर रेडी होने चला गया और वो भी रेडी होने लगी.
जब मैं रेडी होकर मैंने ब्लैक ब्लेजर, वाइट टी-शर्ट और स्किन कलर की जीन्स पहन रखी थी. जब वो रेडी हो कर आई तो मैं उसको देखता ही रह गया. उसने ब्लैक कलर का टाइट सूट पहना था, जो उस पर बहुत मस्त लग रहा था.
आते ही उसने मुझ से बोला कि आज तो तू बहुत मस्त लग रहा है, किसके लिए इतना मस्त बना है? तो मैंने हंसते हुए बोल दिया कि तुम्हारे लिए. फिर मैंने भी उनको बोला, दी, आज तो तुम इतनी मस्त लग रही हो कहीं ऐसा ना हो कि तुम्हें देख कर कोई गिर ही जाए. इस पर उसने कुछ नहीं बोला.
फिर हम लोग बाइक पर बैठ कर रेस्तरां पहुंच गए. मैंने वहां पर उनको अपनी गर्लफ्रेंड की तरह ट्रीट किया. जब हम खाना खा कर लौट रहे थे तो बारिश होने लगी. इसलिए हम एक जगह पर रुक गए. तभी अचानक तेज हवा चलने लगी ओर नेहा को ठण्ड लगने लगी तो मैंने उसको अपना ब्लेजर पहना दिया. जिससे उसकी ठंड थोड़ा कम हुई.
बारिश लगातार हो रही थी और बंद होने का नाम भी नहीं ले रही थी. काफी देर हो गई थी और अब नेहा को नींद आने लगी तो मैं वहां ज़मीन पर बैठ गया और अपनी गोद में उनको सर रख लेने को बोला, तो वो मेरे पैरों पर अपना सर रख कर सोने लगी. तभी बारिश बंद हो गई और हम वापस आने लगे.
वो मेरी गोद में अपना सर रख कर सोई थी इसलिए मेरा लंड खड़ा हो गया था. अब वो बाइक पर दोनों ओर पैर करके बैठ गयी. उसको नींद आ रही थी, इसलिये मैंने उसको मुझे पकड़ कर बैठने को कहा. नींद की वजह से वो ऐसे ही बैठ गयी.
फिर जब मैं चलने लगा तो उसके चूचे मुझे फील होने लगे. थोड़ी देर बाद वो जाग गई और बोली दीपक आज तक मुझे इतनी ख़ुशी कभी नहीं हुयी, जितनी आज हो रही है. सब मुझ पर चिल्लाते रहते थे पर तूने आज मुझे जीना सिखाया. थैंक्स दीपक! काश मैं भी तेरे लिए कुछ कर पाती!
उसने इतना ही कहा तो मैं बोला, “मैं तुमसे कुछ वक़्त से एक बात बोलने की कोशिश कर रहा हूँ पर बोल नहीं पाता. मुझे डर लगता है कि कहीं तुम मना ना कर दो, अगर तुम कहो तो मैं आज बोल दूं.”
इस पर उसने हां कहा. फिर मैंने उसको कहा कि पहले प्रॉमिस करो कि मना नहीं करोगी तो वो बोली हां नहीं करूंगी. तो मैंने उससे बोला कि मैं तम्हें पसन्द करता हूँ और तुमसे बहुत प्यार करता हूँ.
इस पर वो बोली कि तू पगला है, हम भाई – बहन हैं और हमारे बीच ये सब नहीं हो सकता. तो मैंने बोला कि हां मैं जानता हूँ लेकिन मैं क्या करूं प्यार तो मुझे तुमसे ही हुआ है. अब तो मैं किसी और के लिये सोचता भी नहीं हूँ और अगर तुम ना मिली तो मैं मर जाऊंगा.
अब वो सोचने लग गयी. फिर थोड़ी देर बाद उसने मुझसे बाइक रोकने को कहा. मैंने रोक दी. फिर वो बाइक से उतर गई और मेरा हाथ पकड़ कर मुझसे बोली, “क्या तू मुझे सच में प्यार करता है?” इस पर जब मैंने हां कहा तो कहा कि तू मुझे कभी धोखा तो नहीं देगा ना? जिस पर मैंने कहा कभी नहीं. इस पर वो रो पड़ी और कस के मुझे हग किया और फिर आई लव यू बोलने लगी.
तब मैं उसके सर को पकड़ कर उसके लिप्स पर किश करने लगा. इसमें वो भी मेरा साथ दे रही थी. उसको अच्छी तरह से किस करना आ नहीं रहा था. मतलब वो कुंवारी थी.
फिर हमें महसूस हुआ कि हम रास्ते में हैं तो हम वापस घर के लिए चल दिए. घर पहुंचते ही मैंने बाइक पार्क करने के बाद नेहा के पास गया और उसे पकड़ लिया और किस करने लगा.
नेहा भी अब उत्तेजित हो गई थी. अब उसकी सांसें तेज चलने लगीं. फिर मैं उसे बेड पर ले गया और लिटा दिया. जहां एक – एक करके मैंने उसके सारे कपड़े उतार दिए. अब वो मेरे सामने पूरी नंगी थी. वो शर्मा भी रही थी. फिर मैंने भी अपने कपड़े उतार दिए और उसके ऊपर लेट गया.
अब मैं एक हाथ से उसके एक बूब्स को मसलने लगा और और एक बूब्स को अपने मुंह में ले लिया. अब वो आहें भरने लगी थी. वो लगातार सिसकारियां लेती जा रही थी. तब तक मैंने अपना एक हाथ पीछे किया और एक उंगली उसकी चूत में डाल दी. जिससे वो चिहुंक सी उठी.
अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था तो मैं उठा और उसकी चूत पर थूक कर अपने लन्ड पर भी लगाया. इसके बाद मैंने अपना लन्ड उसकी चूत पर सेट कर दिया. इससे वो तड़प सी उठी. फिर मैंने हल्का सा धक्का लगाया और मेरे लन्ड का सुपाड़ा उसकी चूत में चला गया. उसे दर्द तो हुआ लेकिन वह सह गई.
तभी मैंने एक दूसरा जोरदार धक्का दिया और मेरा लन्ड उसकी चूत में पूरा उतरता चला गया. उसकी सील टूट चुकी थी. इस बार उसकी चीख निकल गई. घर में अगर कोई होता तो जरूर ही जान जाता. खैर, अब मैं रुक गया और उसके होंठों का रस पान करने लगा.
थोड़ी देर बाद जब उसे थोड़ा – थोड़ा मज़ा आने लगा तो मैं फिर से धक्के मारने लगा. अब वो भी उछल – उछल कर चुदवा रही थी. ऐसे ही करीब 10 मिनट तक उसको चोदने के बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया. इस दौरान उसकी चूत भी दो बार पानी छोड़ चुकी थी. फिर मैं उसके ऊपर ही लेट गया.
करीब आधे घंटे बाद मैं उठा. तब तक मेरा लन्ड फिर से खड़ा हो चुका था. फिर मैंने उसे एक बार और चोदा. इसके बाद हम नंगे ही साथ में सो गए. अगले दिन मैंने उसे आईपिल लाकर दे दी. अब हमें जब भी मौका मिलता है हम चुदाई जरूर करते हैं.
दोस्तों, आपको मेरी यह कहानी कैसी लगी मुझे मेल कर के जरूर बताना. मेरी मेल आईडी – [email protected]