अब मेरा लंड मुश्किल से तीसरी बार खड़ा हुआ. इस बार मैंने उससे पूछा – तुमने गांड मरवाई है? उसने कहा – हाँ, मैं हर तरह से चुदी हूँ. यह सुन कर फिर मैंने उसको कुतिया बनाया और उसने मेरा लंड पकड़ कर अपनी गांड में डाल लिया…
हेलो दोस्तों, आज मैं अपनी सच्ची कहानी आप सब लोगों के साथ शेयर करने जा रहा हूँ. इसी साल मैंने अपनी मौसी की बेटी की चुदाई की है यह कहानी उसी चुदाई की है. मैं आप लोगों का ज्यादा टाइम नहीं वेस्ट करूँगा. मैं सीधे कहानी पर आता हूँ.
मेरा नाम रोहित है और मेरी उम्र 21 साल है. बात उन दिनों की है, जब मैं नाना – नानी के पास गांव आया था. वहां सब लोग थे. वहां मेरी मौसी भी आई हुई थी. उनके साथ उनकी दोनों बेटियां भी थीं.
उनकी एक बेटी को जब मैंने देखा तो मेरा मूड कुछ बदल सा गया. वो मुझे बहुत सेक्सी लगी और मुझसे उम्र में थोड़ी छोटी थी. उसकी उम्र यही कोई 19 साल के आस पास रही होगी. रिश्ते में वो मेरी बहन लगती थी, पर थी तो एक लड़की ही. उसका नाम सोनी था.
उसके अलावा वहां और बाकी सारे बच्चे ही थे. मैं आपको बता दूं कि मैंने तब तक कभी सेक्स नहीं किया था. लेकिन मुझे सेक्स करने का बहुत दिल करता था.
बड़ों को छोड़ कर वहां सभी मुझसे छोटे थे यानी अपनी पीढ़ी में मैं ही सबसे बड़ा था. सब रोज़ खेलते थे. मेरी मौसी की लड़की, जोकि मेरी छोटी बहन थी वो भी मेरे आगे – पीछे घूमती रहती थी. मैं वहां पर बहुत ही बोर हो रहा था क्योंकि मेरी उम्र का कोई था ही नहीं.
हमारे विलेज में दो घर हैं. एक दिन मैं सामने वाले घर में बैठा था. उस वक्त दोपहर के दो बज रहे थे. तभी मेरी छोटी बहन मेरे पास आई. उसने सलवार – कमीज पहनी हुई थी और मेरे सामने आ कर बैठ गयी.
मेरा ध्यान उसकी झीनी सलवार के अन्दर गया. मैंने देखा कि उसने ब्लैक कलर की पैन्टी पहन रखी थी. अब मैं चाह कर भी इग्नोर नहीं कर पा रहा था. उसकी नंगी और चिकनी टांगें देख कर आप मेरा लंड खड़ा हो रहा था.
थोड़ी देर बाद वो वहीं पड़ी चारपाई पर लेट गई और मुझसे बात करने लगी. थोड़ी देर बाद मैं भी उसी पर लेट गया. अब एक चारपाई पर हम दोनों एक दम सट कर लेते थे और मैं उससे चिपकता जा रहा था. लेकिन उसने कोई ऐतराज नहीं जताया.
मैं उसको चोदने के मूड था. फिर मैं धीरे – धीरे अपना हाथ इधर – उधर करने लगा. कुछ देर बाद मैंने उसकी छोटी चूचियों को मसल दिया. उसने कुछ नहीं बोला तो मेरी हिम्मत बढ़ गई और फिर मैंने उसकी सलवार में हाथ डाल दिया और उसकी चूत को सहलाने लगा.
थोड़ी देर के बाद फिर उसने अपने आप ही अपनी सलवार और पैन्टी उतार दी. अब मैं उसकी नंगी गांड को घूर रहा था. फिर मैंने उसको सीधा किया और अब उसकी चूत देखी. एक भी एक भी बाल नहीं था. एक दम गोरी, चिकनी और मस्त चूत थी उसकी.
मैंने अब उसकी चूत में ऊँगली डाल दी थी और वो मज़े ले रही थी. फिर मैंने उसकी चूत पर मुंह लगा दिया और उसको चाटने लगा. इस पर वो बस हंस ही रही थी. थोड़ी देर बाद किसी के आने की आहत हुई और हमने बन्द कर दिया. मैं उस दिन उसकी चुदाई नहीं कर पाया. उसके बाद, मैंने बाथरूम में जा कर उसके नाम की मुठ मारी.
अगले दिन, घर पर कोई नहीं था. मेरे और सोनी के अलावा बाकी सारे बच्चे ही थे. घर के बाकी सब लोग बाहर गए हुए थे. थोड़ी देर बाद सारे बच्चे सो गए. सोनी जाग रही थी और वो नहाने जा रहे थी.
वो बाथरूम में घुस कर दरवाजा बन्द करने वाली थी कि तभी मैंने उससे कहा कि नहा लो ऐसे ही यहां कोई नहीं है. फिर उसने मेरे सामने ही अपनी सलवार – कमीज उतार दी और फिर अपनी बनियान भी उतार दी. उसके बूब्स छोटे थे, लेकिन अच्छे थे और शेप में थे.
अब वो सिर्फ पैन्टी में नहा रही थी और मैं बाहर बैठा आज उसकी चुदाई का प्लान बना रहा था. वो नहा कर आई और कपड़े बदलने लगी. अब उसने अपनी पैन्टी भी उतार दिया और पूरी नंगी हो गई. इसमें वो बहुत सेक्सी लग रही थी. फिर उसने शॉर्ट्स पहने और तैयार हो गयी.
इसमें बाद मैंने उससे कहा चल लेटते है. वो मान गयी. हम ऊपर दूसरी मंजिल में चले गए. तभी अचानक वो बोली – आप मुझसे सेक्स करना चाहते हो? उसके मुंह से ये सुन कर मैं दंग रह गया. मैंने कहा – तुझे कैसे पता? वो बोली – मैं पहले भी एक लड़के से चुद चुकी हूँ. उस समय मैं छोटी थी और मुझे ये सब पता नहीं था.
फिर उसने बताया कि जब वो लखनऊ में थी तब उसकी सहेली के भाई ने उसको और उसकी सहेली को चोदा था. दोस्तों, मेरी छोटी बहन के पापा यानी कि मेरे मौसा जी गवर्नमेंट जॉब में थे. उसकी ये बात कुछ समय पहले की है. उस समय वो और छोटी थी. पर वो अब जानती थी, कि ये सब गलत है. इसके बावजूद वो मेरे साथ सेक्स करने के लिए मान गयी.
उसकी बात पर मुझे यकीन नहीं हो रहा था. फिर मैंने उससे कहा – मुझे सेक्स के बारे में कम पता है तो उसने कहा – कोई बात नहीं. अब मैंने उसके कपड़े उतारने शुरू किये और उसको एक दम नंगा कर दिया. इसके बाद फिर मैं भी नंगा हो गया.
फिर मैं उसके बूब्स को चूसने लगा. उसके बूब्स बहुत छोटे – छोटे थे, लगभग नीबू के साइज़ के थे. लेकिन इसके बावजूद उन्हें चूसने में बहुत मज़ा आ रहा था.
अब वो मुझे अपने ऊपर से हटा कर नीचे झुक गई और अपने आप मेरा लंड मुंह में लेकर चूसने लगी. उसको सब पता था, कि सेक्स कैसे करते हैं. फिर उसने मुझे भी अपनी चूत चाटने को कहा.
अब मैं उसकी चूत को चाटने लगा था. इस पर वो, “आहह आहह” कर रही थी. उसको बहुत मज़ा आ रहा था. फिर मैंने उसको लिटाया और उसकी टाँगे खोल दी. जिससे उसकी चूत खुल कर मेरे सामने आ गई. फिर मैं अपना लंड उसकी चूत में डालने लगा.
लेकिन मुझे उसकी चूत मिल ही नहीं पा रही थी, तो उसने मेरे लंड को अपने हाथों से पकड़ा और अपनी चूत में रख कर मुझे धक्का लगाने को कहा. स्टार्टिंग में मुझे थोड़ी प्रॉब्लम हुई, लेकिन बाद में मज़ा आ रहा था.
उसकी चूत नार्मल थी, क्योंकि वो पहले ही पूरी चुदी हुई थी. इसलिए मेरा पूरा लंड बहुत आराम से उसकी चूत में घुस गया था और मैं धक्के लगाने लगा था. अब वो, “आहहह आहहह ऊओहोह्ह्ह एस्सस्सीई” की आवाजें निकाल रही थी.
पहली बार होने के कारण मैं थोड़ी ही देर में झड गया. अब उसने फिर से मेरा लंड खड़ा किया और मुझे नीचे लिटा दिया. इसके बाद वह मेरे लंड के ऊपर बैठ गयी और कूदने लगी.
अब मैं बहुत मज़े से उसकी चूत मार रहा था. मुझे यकीन ही नहीं हो रहा था, कि जिसे मैं छोटी बच्ची समझ रहा था, आज वो मुझे सेक्स करना सिखा रही है. वो लगातार मुझे किस भी कर रही थी. मेरा लंड लगातार अन्दर – बाहर हो रहा था और मैं भी उसके बूब्स सक कर रहा था. तभी एक बार मैं फिर से झड़ गया.
अब मेरा लंड मुश्किल से तीसरी बार खड़ा हुआ. इस बार मैंने उससे पूछा – तुमने गांड मरवाई है? उसने कहा – हाँ, मैं हर तरह से चुदी हूँ. यह सुन कर फिर मैंने उसको कुतिया बनाया और उसने मेरा लंड पकड़ कर अपनी गांड में डाल लिया.
उसकी गांड थोड़ी टाइट थी. अब मैं अपनी बहन की गांड मार रहा था. फिर मैं थक गया और लेट गया. इसके बाद हमने किसिंग की और अपने – अपने कपड़े पहन लिए.
कपड़े पहन कर वो बोली – भैया मज़ा आया? मैंने कहा – हां, बहुत. फिर मैंने उससे पूछा – तुम किसी और से भी चुदी हो? तो उसने कहा – नहीं, मुझे पता है ये गलत है. तो मैंने कहा कि फिर तुमने मेरे साथ पहले सेक्स क्यों किया?
इस पर उसने कहा कि कल जिस तरह से आप मेरे कपड़े उतार रहे थे और मेरी गांड और चूत दबा रहे थे, उसे देख कर मैं समझ गयी थी कि आप सेक्स के लिए तरस रहे हैं. इसके बाद फिर मैंने आप को अपने नाम की मुठ मारते हुए भी देखा था. फिर मुझे आप पर दया आ गयी और आप की इच्छा पूरी कर दी.
फिर थोड़ी देर रुक कर उसने कहा कि मैं जानती हूँ कि अभी आपका दिल भरा नहीं है इसलिए आप जब तक यहाँ हैं मुझे चोद सकते हैं.
दोस्तों, उस बार मैं वहां पर पूरे 7 दिन तक रहा और हम रोज़ किसी ना किसी तरह से सेक्स करते थे. मुझे मेरी कजिन सिस्टर ने सेक्स की नॉलेज दी. फिर आते समय मैंने उसको थैंक्स बोला. उसके बाद – आज तक ना उसने और ना मैंने किसी और के साथ सेक्स नहीं किया है. अब हम अच्छे दोस्त हैं और मौका मिलने पर एक दूसरे की प्यास बुझा देते हैं.
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