टैक्सी ड्राइवर ने चोद कर संतुष्ट किया

अब मुझसे बिल्कुल भी रुका नहीं जा रहा था तो मैंने उसे बेड पर सीधा लिटा दिया और खुद भी सीधा होकर उस की चूत पर अपना लंड रगड़ने लगा. इससे उसकी उत्तेजना और बढ़ गई…

हेलो दोस्तों, मेरा नाम कमल है और मैं राजस्थान का रहने वाला हूं. मैं दिखने में इतना सुन्दर तो नहीं हूं, मगर इतना जरूर है कि जो लड़की मुझ से एक बार बात कर ले उस का दिल मुझसे बार – बार बात करने को करता है.

अब आप का ज्यादा टाइम न खराब करते हुए सीधे अपनी कहानी पर आता हूं. दोस्तों, ये मेरी पहली कहानी है तो अगर इसमें कोई गलती हो जाये तो माफ़ करना.

दोस्तों, मैं पेशे से एक ड्राइवर हूं. बात उस टाइम की है, जब मैं जयपुर में गाड़ी चलाता था. उस टाइम एक भाभी जी मेरे पास आकर बोलीं कि मुझे सिंधी कैंप जाना है. किराए की बात करने के बाद मैंने उसे अपनी गाड़ी में बिठाया और चल दिया.

रास्ते में हम दोनों बातें करने लगे. बातों ही बातों में उस ने बताया कि उस के दो बच्चे हैं और पति एक बिजनस मैन हैं, इस कारण वो ज्यादातर शहर से बाहर ही रहते हैं. यह सुन कर मैंने उन से पूछ लिया कि रात को तो घर आते ही होंगे!

मेरी बात पर उन्होंने बताया कि कभी आते हैं कभी नहीं. तब मैंने उन की तरफ गौर से देखा. वो बहुत सुन्दर थी. उस का साइज़ 34 28 36 के आस पास था. अब मेरी नज़रें उनके ऊपर से हट ही नहीं रही थीं. मैं बैक मिरर में लगातार उसे देख रहा था. उसने भी मुझे खुद को इस तरह देखते पकड़ लिया और बोली, “ऐसे क्या देख रहे हो?”

उसका सवाल सुन कर तो मैं डर गया, मगर फिर थोड़ी हिम्मत जुटा के मैंने कहा, “आप इतनी सुन्दर हो, आप को छोड़ कर वो बाहर कैसे रह सकते हैं!” इस पर उस ने थोड़ा मुस्कुरा कर मुंह फेर लिया. यह देख मैं समज गया कि भाभी जी चालू हैं और आज मुझे कैसे भी कर के इसे  पटाना है.

खैर, मैं लगातार गाड़ी चलाता रहा. थोड़ी देर में उस का घर आ गया. वो उतरीं और मुझे किराया दिया. इसके बाद जब मैं चलने लगी तो वो बोलीं कि आ जाओ चाय पी लो तब जाना. ये तो मेरे लिए मौका था, मैंने गाड़ी साइड में लगाई और उन के घर में चला गया.

वहां देखा तो घर में कोई नहीं दिखा. मैंने सोचा मौका अच्छा है, शायद जुगाड़ हो जाए. फिर मैंने उनसे पूछा कि घर पर कोई नहीं है क्या? इस पर उन्होंने बताया कि बच्चे स्कूल गए हैं और पति बाहर गए हुए हैं. फिर वो चाय बनाने चली गयीं.

थोड़ी देर बाद दो कप में चाय लेकर आईं. चाय लेने के बहाने मैंने उसे छू लिया. जैसे ही मैंने अपना हाथ उसके हाथ से टच किया वो मुस्कुराने लगी. यह मेरे लिए ग्रीन सिग्नल था. फिर क्या था, मैंने उन का हाथ पकड़ लिया. तब वो मेरे पास आ गयीं और मुझसे बोली कि मैं अपने पति से खुश नहीं हूं.

यह सुनना था कि मैंने उसे अपनी तरफ खींचा और उसके होंठों पर अपने होंठ रख के किस करने लगा. अब वो भी मेरा साथ देने लगीं. थोड़ी देर बाद उन्होंने मुझे अपने बेड रूम में चलने को कहा. अगले ही पल हम उनके बेड रूम में पहुंच गये.

वहां पहुंचने के बाद हम दोनों एक – दूसरे को किस करने लगे. फिर मैंने अपना एक हाथ उनकी चूची पर लगाया तो वो आह भरने लगीं. अब मैं उनके मम्मों को मसलने लगा. बहुत मज़ा आ रहा था. अब वो पूरी तरह गर्म हो चुकी थीं. थोड़ी देर बाद उन्होंने मेरे पैंट की ज़िप ख़ोल कर लंड बाहर निकाला और उसे अपने मुंह में लेकर चूसने लगीं.

अब मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ तो मैंने उस के सारे कपड़े उतार दिए. इसके बाद उसने भी एक – एक करके मेरे भी सारे कपड़े उतार दिए. अब हम दोनों एक – दूसरे के सामने एक दम नंगे हो गए. उसे नंगा देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया. मेरा लंड अपने पूरे फॉर्म में आ चुका था.

फिर मैंने उस की चूत पर हाथ रखा तो पाया कि वो गीली हो चुकी थी. इसके बाद हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गये. अब मैं उस की चूत चाट रहा था और वह मेरा लंड चूस रही थी. लंड चूसने के साथ ही उस के मुंह से मादक सिसकारियां भी निकलने लगी थीं, जो मुझे और भी ज्यादा उत्तेजित कर रही थीं. वह लगातार ‘उम्म आह आह ऐह ऐह’ कर रही थी.

अब मुझसे बिल्कुल भी रुका नहीं जा रहा था तो मैंने उसे बेड पर सीधा लिटा दिया और खुद भी सीधा होकर उस की चूत पर अपना लंड रगड़ने लगा. इससे उसकी उत्तेजना और बढ़ गई. वह एक दम चुदासी हो गयी.

थोड़ी देर बाद फिर उस ने अपना एक हाथ आगे बढ़ाया और मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत पर सेट कर लिया. फिर मैंने दबाव बनाया और मेरा पूरा लंड उसकी चूत के अंदर घुस गया. लंड अंदर जाते ही उस की चीख निकल गई. लेकिन मैंने उसकी परवाह नहीं की और जोर – जोर से उस की चुदाई करता रहा.

अब उसे भी मज़ा आने लगा और वह नीचे से अपनी गांड उठा – उठा कर लंड अंदर लेने लगी. करीब 15 मिनट तक चुदने के बाद वो झड़ गयी. अब मेरा भी होने वाला था तो मैंने उससे पूछा कि कहां निकलूं? इस पर उस ने कहा कि मेरी चूत में ही निकाल दो. उसके मुंह से यह सुन कर मैं खुश हो गया और पूरे जोश के साथ चुदाई करने लगा.

करीब 5 मिनट बाद फिर मैं उस की चूत में ही झड़ गया. इसके बाद मैं उससे ऐसे ही चिपक के लेटा रहा. थोड़ी देर बाद उसने मुझे किस किया और कहा कि आज तुम ने मुझे खुश कर दिया. इतना कह के वह मेरे से लिपट गयी.

उस दिन हमने 3 बार चुदाई का मजा लिया और आज भी जब भी मौका मिलता है तो मैं उसे खुश करने चला जाता हूं. दोस्तों कैसी लगी मेरी कहानी? मुझे मेल करके जरूर बताएं. मेरी मेल आईडी – [email protected]

7 thoughts on “टैक्सी ड्राइवर ने चोद कर संतुष्ट किया”

  1. Uncle say Chudai ya fir Bhudho say Chudai aasi stories aachi lagti Hai ager aap ki pass aase kahaniya ho to kya aap Mujay mare email address par Bhajh sakte Hai
    Thanks

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  2. Khani bhut hi acha hai merey bhageay mey aap aisi bhavi nasib mey nahi hai humey bhi aap ki tarah mil jay to jivan safal ho jay.

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  3. बस एक ही पैंसजर को ही चोदा है ड्राइवरों को तो रोज़ इतनी ओरतैं मिलती रहतीं हैं

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