एक बार मैं अपनी टीम लीडर को छोड़ने उसके घर गया. जाते समय बारिश होने लगी और हम भीग गए. वहाँ उसने मुझे रुक कर कपड़े सुखाने के लिए कहा और मैं तैयार हो गया. इसी दौरान उसने मेरा खड़ा लन्ड देख लिया और फिर हमारी रात रंगीन हो गई…
हेलो दोस्तों, मेरा नाम राज है और मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ. मैं एक कॉल सेंटर में काम करता हूँ. मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ. यहाँ पर हजारों कहानियां पड़ी हैं. मैंने उनमें से अधिकांश को पढ़ रखा है. उन्हीं को पढ़ कर मैंने सोचा कि क्यों न मैं भी अपनी कहानी आप लोगों के साथ शेयर करूं. शायद आपको पसन्द आये.
अब मैं आप लोगों का ज्यादा समय वेस्ट न करते हुए सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ. दोस्तों, मैं रोज जिम जाता हूँ, इस वजह से मेरी बॉडी बनी हुई है और मैं दिखने में भी ठीक – ठाक हूँ. मेरी हाइट 5 फिट 8 इंच है और मेरा लंड 8.2 इंच लंबा और 3.4 इंच मोटा है. कुक मिलाकर मेरा हथियार किसी भी औरत या लड़की की चूत की प्यास बुझाने के लिए पर्याप्त है.
शुरुआत में मुझे लड़कियों में कोई दिलचस्पी नहीं थी. ये बात उस टाइम की है, जब मैंने नई – नई जॉब शुरू की थी. यह मेरी पहली जॉब थी. चूंकि मेरा काम कॉल सेंटर में था ऐसे में ऑफिस में लड़कियों का होना आम बात थी.
मेरी जॉब अच्छी चल रही थी. कंपनी जॉइन करने के शुरुआती दिनों में ही मैंने अपनी कलीग्स कई लड़कियों से दोस्ती भी कर ली थी. लड़कों से भी मेरी दोस्ती थी.
फिर कुछ दिन बाद हमारी टीम का टीम लीडर चेंज हो गया. नई टीम लीडर एक लड़की थी. वह बहुत खूबसूरत और सेक्सी थी. ऑफिस के सारे लड़के उसे पाटने की सोचते थे. माफ करना दोस्तों, मैं तो उसका नाम बताना ही भूल गया था. उसका नाम रीमा था. वह ज्यादा उम्र की नहीं थी. उसकी उम्र 30 साल के आस पास थी और उसका फिगर 34 30 36 था.
दोस्तों, मुझे क्या पता था कि जिसे पूरे ऑफिस के लड़के ठोकने को तैयार घूम रहे हैं वो मुझसे ठुकवना चाहती है. खैर, एक दिन मैं ऑफिस में था. वहाँ से निकलने में मुझे लेट हो गया था. रीमा को भी कुछ काम था और वह भी वहीं थी.
ऑफिस में हम दोनों अकेले थे. तभी रीमा मेरे पास आई और आकर बोली – राज, मुझे घर तक छोड़ दोगे क्या बहुत लेट हो गया है? तो मैंने कहा ठीक है छोड़ दूंगा. थोड़ी देर के बाद हम दोनों ने ऑफिस बंद किया और गाड़ी निकालने के लिए पार्किंग की तरफ चल दिए.
तभी अचानक बारिश आ गयी और गाड़ी तक पहुँचते – पहुँचते हम दोनों पूरी तरह से भीग गये थे. इसके बाद मैंने अपनी गाड़ी निकाली और हम दोनों गाड़ी में बैठ कर चल दिए. हम इसी हालत में उसके घर पहुँचे.
वहाँ मैंने उसे ड्रॉप किया और वापस जाने लगा तो वो बोली कि तुम अंदर आकर कपड़े सूखा लो, काफी भीग गए हो बीमार पड़ जाओगे. इस पर मैंने कहा – नहीं, कोई नहीं मैं घर जाकर कर लूँगा. तब वो बोली – मेरे घर में आज कोई नहीं है, आप अंदर आकर सूखा लो फिर चले जाना.
अब मुझे इशारा सा मिला और मैंने हामी भर दी. फिर मैंने अपनी गाड़ी साइड में की और अंदर चला गया. अंदर जाकर मैंने अपने कपड़े उतार दिए और उन्हें सूखने के लिए डाल दिया. अब मैं सिर्फ़ अंडर वियर में ही था.
फिर वो चेंज करने के लिए बाथरूम में चली गयी. जब वो बाहर निकली तो मैं उसे देखते ही रह गया. यार, क्या मस्त माल लग रही थी! उसे देखते समय मैं तो भूल ही गया था कि मैं केवल अंडर वियर में खड़ा हूँ.
मुझे इस तरह देखते देख वो बोली – राज, कहाँ खो गये? मैं उसी में खोया रहा और मैंने कोई जवाब नहीं दिया. फिर जब उसने मुझे हिलाया तब जाकर मुझे होश आया और मैंने अपनी हालत पर गौर किया.
इसके बाद फिर मैंने उसे सॉरी बोला तो वो बोली – कोई नहीं होता है, अच्छा ये बताओकॉफी पियोगे? मैंने हां में जवाब दिया. फिर उसने मुस्कुरा कर मेरी तरफ देखा और कॉफी बनाने के लिए किचन में चली है.
उसके जाने के बाद मुझे एहसास हुआ कि मेरा लन्ड खड़ा है और शायद रीमा ने इसे देख लिया था तभी मुस्कुरा रही थी. अब मुझे शरम आ रही थी.
रीमा जब कॉफ़ी लेकर आई तब तक मैंने वहीं पास में रखी उसकी टॉवल लपेट ली थी. मुझे टॉवल में देख रीमा आते ही मेरे पूरे बदन पर नज़र दौड़ाई और फिर मुझसे बोल पड़ी कि टॉवल क्यों लपेट लिया? अब मैं क्या बोलता! मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था.
मैं कुछ बोलने ही वाला था कि तभी उसने टॉवल खींच लिया. मेरा लन्ड अभी भी खड़ा था. उसे देख कर वह हंसने लगी और बोली – अच्छा, तो इसे छिपाने के लिए टॉवल लपेटा था. अब मैं समझ गया था कि ये क्या चाहती है तो मैंने कहा – क्या करूं तुम्हें देख कर कंट्रोल नहीं हुआ और तुम हो कि कुछ करने दोगी नहीं तो क्या करता.
मेरी इतनी बात सुन कर उसने कहा – वाह तुम तो काफी समझदार हो. तुमने तो बिना मेरे बोले ही जान लिया कि मैं तुम्हें कुछ करने नहीं दूंगी. इतना बोल कर फिर वह मेरे पास आई और मेरे लन्ड को पकड़ लिया और सहलाने लगी. इसके साथ ही वो मुझे किस भी कर रही थी.
थोड़ी देर तक अंदर वियर के ऊपर से ही लन्ड सहलाने के बाद उसने मेरी अंदर वियर उतार दी और मेरे लन्ड को मुंह में ले लिया. उसके ऐसा करने से मेरी आहह निकल गयी. ये पहली बार था जब कोई ने मेरा लन्ड चूस रहा था. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
करीब 5 मिनट तक मेरा लन्ड चूसने के बाद वह उठी और फिर झट से अपनी ब्रा और पैंटी सहित सारे कपड़े उतार कर खुद भी नंगी हो गयी. फिर वो बोली – राज, अब बर्दासत नहीं होता. जल्दी करो और आज फाड़ दो मेरी चूत को.
इस पर मैंने कहा – रुको, इतनी भी क्या जल्दी है अभी थोड़ा एन्जॉय तो कर लो. तब वो बोली – वो सब बाद में देखा जाएगा, अभी तो बस तुम जल्दी से डाल दो. मुझे उसकी आंखों में तड़प दिखाई दे रही थी.
फिर मैंने अपने लन्ड पर थूक लगाया और चूत पर सेट करके धक्का दे दिया. मेरा आधा लन्ड अंदर घुस गया. चूंकि वो पहले भी चुद चुकी थी इसलिए लन्ड जाने में दिक्कत नहीं हुई लेकिन मेरा लन्ड काफी बड़ा और मोटा था इसलिए चीख उठी और बोली – धीरे डालो यार दर्द हो रहा है, मैंने आज तक इतना लंबा लन्ड नहीं लिया.
उसकी यह बात सुन कर मैं मन ही मन खुश हो गया कि मेरा लन्ड सच में काफी बड़ा है. फिर मैं आराम से लन्ड अंदर करने लगा. उसकी चूत मेरा पूरा लन्ड खा गयी. इसके बाद मैं तेजी से धकके लगाने लगाने लगा. अब हमें मज़ा आ रहा था और वो भी उछल – उछल कर चुद रही थी.
उस दिन मैंने अलग – अलग स्टाइल में करीब 45 मिनट तक उसे चोदा. 45 मिनट की चुदाई के बाद मैं बोला कि मेरा निकलने वाला है तो वह बोली कि मेरे मुंह में निकाल दो. फिर मैंने उसकी चूत से लन्ड निकाला और मुंह में दे दिया. उसने 4-6 बार लॉलीपॉप जैसे चूसा और फिर मैं उसके मुंह में झड़ गया.
उस रात मैंने उसे चार बार चोदा और वहीं सो गया. सुबह उसी के साथ मैं ऑफिस भी गया. उस दिन के बाद वह अक्सर मुझसे चुदवाने लगी. बाद में मैंने किस तरह उसकी फ्रेंड सीमा को ये अगली कहानी में बताऊंगा.
अगर आपको मेरी यह कहानी अच्छी लगी हो तो मुझे मेल ज़रूर करें ताकि मैं अपनी दूसरी कहानी लिख सकूं. मुझे आपके मेल का इंतज़ार रहेगा. मेरी मेल आईडी – [email protected]