ट्रेन में बहन के साथ मस्ती

एक बार मौसा के चोटिल होने पर मैं अपनी मौसेरी बहन को एग्जाम दिलाने ले जा रहा था. ट्रेन में स्थिति कुछ ऐसी बनी की हमारा भाई – बहन का रिश्ता बदलकर गर्लफ्रेंड – बॉयफ्रेंड का बन गया और हमने खूब मस्ती की…

हेल्लो दोस्तों, मेरा नाम राकेश है. मेरी उम्र 22 साल है और मैं बैंकिंग की तैयारी करता हूँ. मैं बिहार का रहने वाला हूँ और अपने मां – बाप की एकलौती संतान हूँ. सब लोग मुझे बहुत प्यार करते हैं. मेरी लम्बाई 5 फिट 7 इंच है और मैं गोरे रंग का हैण्डसम लड़का हूँ.

आज मैं आप लोगों को अपने पहले प्यार की कहानी बताने जा रहा हूँ. उम्मीद है पसंद आएगी. मुझे मेरी मौसी की लड़की से प्यार हो गया था. उसका नाम पूजा है. मौसी की वह सबसे बड़ी संतान है और उसके दो भाई हैं.

पूजा की उम्र 21 साल है. वो बहुत ही खूबसूरत है. मेरी कोई बहन न होने के कारण बचपन से वही मुझे राखी बांधती आई है. हम चारों भाई – बहन बचपन से काफी घुल – मिल कर रहते हैं. मैं प्यार से पूजा को बाबू कहता हूँ.

एक बार मेरे मौसा जी का एक्सीडेंट हो गया था. उसी समय पूजा का रेलवे का एग्जाम होने वाला था. इसके लिए उसे मुम्बई जाना था. मौसा के चोटिल होने के कारण मौसी ने मुझे पूजा का एग्जाम दिलवाने जाने को कहा तो मैं तैयार हो गया.

16 तारीख को उसका एग्जाम था तो तीन दिन पहले 12 को एसी का रिजर्वेशन करवा लिया. हमारी ट्रेन पटना से थी. 12 तारीख को वह समय पर घर आ गई. ट्रेन का टाइम हो गया था तो हम लोग तुरंत स्टेशन आ गए. ट्रेन प्लेटफॉर्म पर लगी थी. इसके बाद हम अपनी सीट खोजकर बैठ गए और बातें करने लगे.

कुछ देर बाद ट्रेन खुल गयी और हमलोग वैसे ही बातें करते रहे. दोस्तों, पूजा की सीट सबसे ऊपर वाली थी और उसके नीचे वाली मेरी थी. सामने वाली सीट पर दो महिलाएं और 4 बच्चे थे. वे एक ही परिवार के लग रहे थे.

थोड़ी देर में वेटर आया तो हमने खाना आर्डर कर दिया. रात 8 बजे खाना आया. खाना खाने के बाद वे सब सोने की तैयारी करने लगे. अब पूजा और मैं भी अपनी – अपनी सीट पर लेट गए.

कुछ देर बाद मेरा सर दर्द करने लगा. जिससे मुझे नींद नहीं आ रही थी. यह देख पूजा मुझे ऊपर आने के लिए बोली – भैया, मुझे भी नींद नहीं आ रही है तो क्यों ना बैठ कर बातें करें. तब मैंने कहा कि पूजा मेरा सर दर्द कर रहा है. इस पर वो बोली – कोई बात नहीं आप ऊपर आइये मैं आपका सर दबा देती हूँ.

फिर मैं ऊपर जाकर बैठ गया और वो मेरा सर दबाने लगी. थोड़ी देर बाद वो बोली की ऐसे दबाएंगे तो जल्द ही मेरा हाथ दुखने लगेगा. तब मैंने कहा कि तो क्या करूँ? पूजा बोली – ऐसा करिए आप मेरी गोद में सर रख कर सो जाओ. फिर मैंने वैसा ही किया.

दोस्तों, आज मैं पहली बार किसी लड़की की गोद में सोया था. मुझे बहुत अच्छा लग रहा था. थोड़ी देर के बाद उसने पूछा कि कैसा लग रहा है तो मैंने कहा कि अच्छा लग रहा है. अभी वो मेरा माथा दबा रही थी.

थोड़ी देर बाद वो मुझसे बोली कि अपना सर घुमा कर सो जाइये. तब मैंने अपना चेहरा उसकी गोद में रखा और सो गया. थोड़ी देर बाद मुझे अजीब सी महक आने लगी तो मैं सोचने लगा की ये महक किस चीज की है?

तभी मुझे एहसास हुआ कि मैं उसकी चूत के एक दम करीब हूँ और यह महक वहीं से आ रही है. अब मेरे पूरे शरीर में हलचल सी होने लगी. दोस्तों, अभी तक मैंने कंही उसके बारे में गलत नहीं सोचा था लेकिन अब मेरे दिमाग में वासना हावी होने लगी थी.

जब वो मेरा सर दबाती तो मेरी नाक एक दम उसकी चूत से सट जाती थी. शायद अब वो भी उत्तेजित हो गयी थी और कारण उसका काम रस बाहर आने लगा था.

दोस्तों, अब मुझे असली मज़ा मिलने लगा था. अब तो मैं कभी – कभी जानबूझ कर अपना सर जोर से दबा देता था ताकि और ज्यादा नज़दीक से उसकी चूत की खुशबू महसूस कर सकूं.

कुछ देर बाद वो रुक गयी और मेरे कान के पास आकर धीरे से बोली – भैया, अब कैसा लग रहा है? इस पर मैंने वहां कि कुछ ठीक लग रहा है. तब वो बोली – और दबाएँ? मैंने कहा – जैसी तुम्हारी मर्जी. फिर वो वैसे ही दबाती रही.

दोस्तों, मैं अपनी वासना पर ज्यादा देर तक कण्ट्रोल नहीं कर सका और उसकी कमर को दोनों हाथों से जकड़ लिया. जैसे ही मैंने उसकी कमर को पकड़ा वैसे ही उसने सर दबाना बन्द कर दिया. इस पर मैंने कहा कि क्या हुआ बाबू? वो बोली कुछ नहीं भैया बस ऐसे ही. तब मैंने फिर उससे सर दबाने को कहा तो वो दबाने लगी.

मुझे अब डर लग रहा था कि कहीं वो मेरी वासना को समझ न जाये. कुछ देर बाद वो मेरे सर दबाने के बजाय बालों को सहलाने लगी और कान के पास आकर बोली -भैया. मैंने कहा – क्या हुआ?

तब वो शर्माते हुए बोली कि मुझे जोर से सुसु लगा हुआ है, मैं होकर आती हूँ उसके बाद फिर से सर दबा दूंगी. तब मैं उठ कर बैठ गया और उसे मुस्कुराते हुए देखने लगा. फिर वो भी मुस्कुराई और शर्माते हुए बोली कि ऐसे क्या देख रहे है? तब मैंने कहा – कुछ नहीं बस देखने का मन कर रहा है तो देख रहा हूँ. इस पर पूजा ने कहा – अच्छा. मैंने हां में सर हिलाया. फिर वो नीचे उतरने लगी और जाते – जाते मुझे देखती रही.

अब मुझे पूजा में बहन नहीं मेरी गर्लफ्रेंड दिखने लगी थी. उसके जाने के बाद मैं उसे प्रपोज़ करने के बारे में सोचने लगा. थोड़ी देर के बाद वो आई और मुस्कुराते हुए अपना हाथ मेरी तरफ बढ़ा कर ऊपर खींचने के लिए बोली.

जैसे ही उसका हाथ मुझे टच हुआ, मेरे रोम – रोम में उसके प्यार की बिजली के झटके महसूस होने लगे. फिर वो ऊपर आकर बैठ गई और अपनी गोद में मेरा सर रख लिया. अब मुझसे कण्ट्रोल नहीं हुआ और मैंने फिर से उसकी कमर को पकड़ लिया और गोद में लेट गया.

अब हम दोनों एक – दूसरे को देखने लगे. थोड़ी देर बाद मैंने उसकी कमर पर अपना हाथ फेरा तो वो सिहर गयी और मेरे हाथ को पकड़ कर मेरी उंगलियों को अपनी उंगलियों के बीच कस लिया.

इतने में नीचे वाली एक लेडी ने हमसे पूछा – आप लोग गर्लफ्रेंड – बॉयफ्रेंड हैं क्या? तभी पूजा ने कहा कि हां क्या बात है, आपको कुछ दिक्कत हो रही है? तो वो लेडी बड़े प्यार से बोली कि देखिये न हम लोग को सोने में कष्ट हो रहा है. एक सीट पर बच्चे हैं और दूसरी पर हम दोनों से सोते नहीं बन रहा है. अगर आप लोग ऊपर एक साथ सो जाएं तो मैं आपकी नीचे वाली सीट पर चली जाऊं.

इससे पहले कि मैं कुछ बोलता पूजा बोल पड़ी. उसने कहा – ठीक है, सो जाइये. वो लेडी बहुत खुश हुई और थैंक्स कह कर मेरी सीट पर आकर सो गई.

फिर मैंने पूजा से पूछा कि मैं कहां सोऊंगा तो वो मेरे एक दम करीब आकर धीरे से बोली कि आप ऐसे ही मेरी गोद में ही सोए रहिए अच्छा लग रहा है. अब तक मुझे थोड़ा डर सा लग रहा था लेकिन इतना सुनने के बाद मेरा हौसला बुलंद हो गया और उसके हाथ को कसकर पकड़ते हुए मैं उसकी गोद में एडजस्ट हो कर बेफिक्र लेट गया. उधर पूजा मेरा बाल सहलाने लगी.

थोड़ी देर के बाद मुझे लगा की थोड़ा और मजा लिया जाय तो मैं उठकर बैठ गया. तब पूछा कि क्या हुआ भैया? तो मैंने कहा कि मैं सो रहा हूँ और तुम बैठी हो. ऐसे में मुझे अच्छा नहीं लग रहा है.

तब वो बोली – भैया, मुझे बहुत अच्छा लग रहा है आप सोइये न प्लीज. मुझे तो मस्ती सूझ रही थी. इस पर मैं बोला कि नहीं, सोएंगे तो दोनों सोएंगे और जागेंगे तो भी दोनों जागेंगे. तब पूजा ने कहा – अच्छा ठीक है, दोनों सो जाते हैं.

इसके बाद हम दोनों एक – दूसरी की तरफ मुंह करके लेट गए. मुझे लगा कि जैसे मैं स्वर्ग में आ गया हूँ. इतनी ख़ुशी मुझे आज तक नहीं मिली थी. थोड़ी देर के बाद उसने मेरे हाथ को अपने हाथ में ले लिया.

अब मेरी सांसें तेज होने लगी थीं. मुझसे रहा नहीं गया तो मैंने उसके कमर को पीछे से पकड़कर खुद से सटा लिया. उसने भी मुझे पूरी ताकत से अपनी ओर खींच लिया और अपने पैर को मेरे दोनों पैरों के बीच में घुसा दिया. मैंने महसूस किया कि उसकी भी सांस तेज हो चुकी थी.

फिर मैं अपने पैरों को उसके पैरों पर रगड़ने लगा. जिससे वो बहुत ही मादक सिसकारियां लेने लगी. फिर कुछ देर बाद वो बहुत ही मादक आवाज में बोली – भैया. मैंने कहा – हां, बोलो.

पूजा – एक बात बोलूं?

मैं – हां, बोल ना.

पूजा – आप मना तो नहीं न करेंगे₹

मैं – नहीं, आज तुम जो कुछ भी कहोगी, मैं बिल्कुल मना नहीं करूंगा.

पूजा – पक्का?

मैं – हां बाबू.

फिर थोड़ी देर बाद पूजा बोली – आई लव यू!

ये सुनने के बाद तो मेरी ख़ुशी का ठिकाना ही ना रहा. फिर मैंने उसके होंठों पर एक लंबी किस की और बोला – आई लव यू टू!

अब वो मुझे बेतहाशा चूमने करने लगी. हम दोनों अपना होश खो बैठे थे और एक – दूसरी की पीठ में हाथ डालकर अपने में समां लेने के लिए पूरी ताकत से अपनी ओर खींच रहे थे और साथ ही पागलों की तरह किस भी कर रहे थे.

थोड़ी देर के बाद मेरा लण्ड एक दम टाइट हो गया और जांघिया से बाहर निकल ट्राउज़र के अंदर से ही पूजा की चूत के नीचे उसके दोनों पैरों के बीच घुस गया. शायद पूजा मेरे लण्ड को महसूस कर लिया था. इसी वजह से उसने अपनी कमर को आगे किया ताकि मेरा लण्ड उसके चूत से सट जाए.

फिर मैंने भी अपने लण्ड को आगे की ओर ठेला तो वो पूजा के चूत में सटते हुए दोनों पैरों के बीच से पीछे की ओर निकल गया. हम दोनों को ये काफी अच्छा लगा. हम किस करने के साथ – साथ सेक्स का भी एहसास करने लगे.

अब पूजा काफी गर्म हो गई थी और अपनी मादक सिसकियों को तेज करते हुए लण्ड चूत में घुसाने की कोशिश करने लगी. अब मैं अपने नियंत्रण से बाहर हो गया और उसके गले पर बेतहाशा किस करने लगा. उधर पूजा से भी कंट्रोल नहीं हो रहा था.

पूजा अपने मुंह से ‘सीईईईई आह सीईईईई ओह्ह ऊह’ की आवाजें करने लगी. फिर उसने मेरे एक हाथ को पकड़ कर अपने बूब्स पर रख लिया और उन्हें दबवाने लगी. उसका इशारा समझते हुए फिर मैंने अपने दोनों हाथों से उसके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया.

अब वो और भी मस्ती में आकर अजीब – अजीब तरह की आवाजें निकालने लगी और मुझे अपने ऊपर खींचने लगी. दोस्तों, मैं भी उसके ऊपर आने को बेताब था. फिर मैं झट से उसके ऊपर आ गया.

अब उसने अपने दोनों पैर फैला कर मुझे बीच में कर लिया. फिर मैं अपने लण्ड को उसके बुर पर रगड़ने लगा और उसके रशीले होंठों को चूसते हुए जोर – जोर से उसके बूब्स दबाने लगे.

अब वो अपने दोनों पैरों से मेरे पैरों को दबाते हुए चूत में लण्ड घुसाने की कोशिश में मेरे टी-शर्ट को खींचने लगी. वो पागलों की तरह मेरे होंठों को भी चूस रही थी.

पूजा पूरे जोश में थी और मैं भी अपने पूरे जोश के साथ उसका साथ दे रहा था. लेकिन कुछ ही देर बाद पूजा ने जोर से सिसकारी ली और फिर एक दम शांत हो गयी. मुझे कुछ समझ में नहीं आया कि वो शांत क्यों हो गयी? फिर मैंने उससे पूछा कि क्या हुआ?

पूजा – कुछ नहीं.

मैं – तो फिर तुम शांत क्यों हो गयी?

पूजा – कुछ नहीं भैया, आप करते रहिये ना मुझे बहुत अच्छा लग रहा है.

मैं – नहीं, पहले तुम बताओ कि तुम्हें हुआ क्या अचानक?

पूजा – कुछ नहीं भैया.

मैं – तुमको मेरी कसम बताओ क्या हुआ?

पूजा – भैया, आप भी न बड़े जिद्दी हो, मैं…

फिर इतना कह कर वो रुक गयी. तब मैं बोला – बताओ ना प्लीज, क्या हुआ तुम्हें? अब वो मुझे किस करते हुए मेरे कान के पास आई और बोली – मेरा गिर गया है इसीलिए मैं शांत हो गयी हूँ.

तब जाकर मुझे सबकुछ समझ में आ गया और मैं उसके ऊपर से उतर गया. थोड़ी देर तक हम लोग ऐसे ही निढाल पड़े रहे. उसके बाद पूजा बोली कि मैं बाथरूम से आती हूँ. इतना कह कर उसने बैग से एक पैंटी निकली और बाथरूम चली गयी.

तब मैंने भी अपने लण्ड को छुआ तो उसपर बहुत सारा माल गिरा हुआ था लेकिन ये कब गिरा मुझे पता नहीं चला. उसके बाद मैं भी अपना जांघिया चेंज करने के लिए बाथरूम चला गया. आपको मेरी यह कहानी कैसी लगी, मुझे मेल करके जरूर बताएं. मेरी मेल आईडी – [email protected]

1 thought on “ट्रेन में बहन के साथ मस्ती”

  1. कहानी का वर्णन उसे और रोमांचित बना दिया है। धन्यवाद।

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