ट्यूशन स्टूडेंट की मां चोद दी

अब मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उसका हाथ पकड़ लिया और उसे अपनी तरफ खींच लिया. उसने मेरे इस काम का बिल्कुल भी विरोध नहीं किया और मुझसे चिपक गई और फिर मुझे किस करने लगी. अब तो मेरी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा और मैंने भी उसे चूमना शुरू कर दिया और उसके नर्म और मुलायम होंठों को पूरी तरह अपने होठों में दबा कर उसे गरम करना शुरू कर दिया और वो भी मेरे होंठों को मस्ती से चूसने लगी…

नमस्कार दोस्तों! मेरा नाम अमित है और मैं उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद शहर का रहने वाला हूँ. दोस्तों, मेरी हाइट 5 फिट और 9 इंच है लेकिन मेरे लन्ड का साइज़ बहुत ज्यादा बड़ा नहीं है यह सिर्फ़ साढ़े 5 इंच का है लेकिन मेरा लन्ड बहुत मोटा बहुत है.

अब मैं आप लोगों का ज्यादा समय न लेते हुए मैं सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ. दोस्तों, मेरी एक गर्ल फ्रेंड है. एक बार की बात है मेरी उस गर्ल फ्रेंड ने मुझे 5वीं की क्लास की एक बच्ची को ट्यूशन करने के लिए बोला. गर्ल फ्रेंड कह रही थी इसलिए मुझे भी 5 वीं क्लास की उस बच्ची को ट्यूशन पढ़ाना पड़ा.

अब उसके घर जाकर मैंने उसे पढ़ाना शुरू कर दिया. जब मैं पहली बार उसके घर गया तो मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था पर जब मैंने उस लड़की की मम्मी को देखा तो मुझे वह बहुत ही सुन्दर लगी. उसकी उम्र शायद यही कोई 31 – 32 साल रही होगी और उसका फिगर भी एक दम मस्त था. वह बिल्कुल सनी लियोनी की तरह लग रही थी. सच बताऊं दोस्तों जब मैंने उसे पहली बार देखा तो मैं देखता ही रह गया.

जब मैं उसकी बेटी को ट्यूशन पढ़ाने जाता तो वह मुझे रोज चाय देती थी. चाय देते समय जब वह नीचे झुकती तब मुझे उसके उबरे हुए मस्त – मस्त बूब्स का नज़ारा दिख जाता और फिर मेरा लन्ड खड़ा होकर अपनी औकात दिखाने लगता.

वह कभी – कभी मुझसे अपनी बेटी की पढ़ाई के बारे में भी पूछती थी. वो कमसिन भाभी जब भी मुझसे पूछती कि मेरी बेटी कैसा कर रही है. तब मैं उससे काफी देर तक बात करने की कोशिश करता रहता और इसमें मैं सफल भी हो जाता. हम धीरे – धीरे आपस में काफी ज्यादा बातें करने लगे थे.

मुझे उसकी बातों को सुन कर लगता था कि वो अपने आप से खुश नहीं रहती है. मुझे उसकी बेटी को पढ़ाने के लिए उसके घर जाते काफी दिन हो गए थे लेकिन मैंने घर पर अभी तक उसके पति को कभी नहीं देखा था. आखिर एक दिन मैंने उससे पूछ ही लिया – भाभी, किरन के पापा नहीं दिखाई देते.

मेरा यह प्रश्न सुन कर उसके चेहरे पर हमेशा छाई रहने वाली चमक उतर सी गई थी. अब थोड़ी देर तक रुक कर वह बोली – वो बाहर जॉब करते है और कई – कई दिन बीत जाने के बाद ही घर आते हैं.

उसकी यह बात सुन कर मुझे ऐसा लगा कि मुझे इसको चोदने का मोका जरूर मिल जाएगा. धीरे – धीरे अब मैंने उससे और ज्यादा बातें करना शुरू कर दिया. जिस कारण अब वो मुझसे खुलने लगी और आखिर एक दिन उसने मुझसे पूछ ही लिया – अमित, तुम्हारी कोई गर्ल फ्रेंड है या तुम्हारे पास सिर्फ फ्रेंड ही फ्रेंड हैं.

उसके मुंह से यह सुन कर मुझे लगा कि जल्द ही मुझे मौका मिलने वाला और इसके लिए मुझे बस बातों को अपनी तरफ घुमाना है इसलिए मैंने उससे कहा – नहीं भाभी गर्ल फ्रेंड मेरे पास.

तो वह थोड़ा शरारत भरे लहजे में मुझे छेड़ते हुए बोली – अच्छा, फिर तो तुमने काफी मज़े किये होंगे.

अब मैंने अंजान बनते हुए उससे बोला – मजे में कैसे भाभी, मैं ठीक से समझ नहीं पाया.

इस पर वो बोली – तुम इतने भी छोटे नहीं हो कि इतनी सीधी बात को न समझ सको.

अब मैं फिर भाबी से थोड़ा और खुल कर बात करने लगा. एक दिन वो मुझसे बोली – हम लोग कहीं बाहर जा रहे हैं इसलिए कल पढ़ाने के लिए आप थोड़ा लेट आना.

जब मैंने उससे पढ़ाने आने का टाइम पूछा तो वह बोली – 8 बजे तक आ जाना.

तब मैंने कहा – ठीक है.

फिर मैं अगले दिन जब 8 बजे उसके घर उसकी बेटी को पढ़ाने गया तब मैंने उसे दूसरे ही रूप में देखा. उस दिन तो वह बिल्कुल ही कयामत लग रही थी. उसने नाइटी पहन रखा था. मैं उसे पहली बार नाइटी पहने देख रहा था तो मैं उसे देखता ही रह गया.

फिर मैंने उससे पूछा – भाभी, किरण कहां है?

तो वह बोली – आज वो थक गयी थी इसलिए अभी सो गई है. तुम बैठी मैं तुम्हारे लिए चाय लाती हूँ.

मैं समझ गया कि आज दाल में कुछ काला है. जब वो चाय बनाने गयी तो धीरे से मैं भी उसको आवाज देते हुए किचन में पहुंच गया और उससे बात करने लगा. आज मुझे वो एक दम हॉट लग रही थी. आज वह मुझे पूरी तरह सेक्स से भरी हुई कमसिन और प्यासी बस इस औरत लग रही थी.

अब मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उसका हाथ पकड़ लिया और उसे अपनी तरफ खींच लिया. उसने मेरे इस काम का बिल्कुल भी विरोध नहीं किया और मुझसे चिपक गई और फिर मुझे किस करने लगी. अब तो मेरी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा और मैंने भी उसे चूमना शुरू कर दिया और उसके नर्म और मुलायम होंठों को पूरी तरह अपने होठों में दबा कर उसे गरम करना शुरू कर दिया और वो भी मेरे होंठों को मस्ती से चूसने लगी.

लेकिन वो साली बहुत प्यासी थी और फिर उसने मेरी जीन्स का चैन खोल दिया और मेरे लंबे लन्ड को बाहर निकाल कर जोर – जोर से चूसना शुरू कर दिया. उसकी यह मस्ती भारी लन्ड चुसाई ने मेरे लन्ड को पूरा जोश से भर दिया.

फिर मैं उसको लेकर उसके बेड रूम में गया और उसके कपड़े उतार कर उसकी चूत को चूस – चूस कर गरम कर दिया. गर्म होने के बाद अब वो लगातार आहें भरने लगी. फिर हम 69 की पोजीशन में आ गए. अब मैं उसकी चूत चूसता रहा और वह मेरा लन्ड को चूसने लगी. बीच – बीच में वह मेरे अण्डों पर जीभ फिरा – फिरा कर उसको चाट भी लेती थी और मैं दोनों हाथों से उसके बड़े – बड़े और मुलायम मम्मों को मसल रहा था. इसमें मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और वह भी खूब मादक सिसकियाँ ले रही थी.

फिर मैंने उसको सीधा किया और उसकी चूत में अपना लन्ड पेल दिया. जिससे उसकी सिसकियां बढ़ गईं थी और वह बोल रही थी ‘चोदो मुझे और चोदो, जोर – जोर से चोदो मुझे, आज मेरी चूत की सारी प्यास बुझा दो बहुत दिनों से यह प्यासी है. चोद – चोद कर मुझे अपनी रखैल बना लो.’

उसकी ऐसी मादक बातें सुन कर मैं शॉट पे शॉट लगाने लगा. उसकी चूत काफी टाइट थी क्योंकि वह काफी दिनों से चुदी नहीं थी. मैं मस्ती से उसकी चुदाई कर रहा था. उसके बाद उसे कुतिया बना कर उसको चोदा और फिर मैं उसकी चूत में ही झड़ गया. मेरे साथ ही उसने भी अपना पानी छोड़ दिया.

फिर कुछ देर बाद जब मेरा लन्ड खड़ा हो गया तो मैंने उसकी गांड मारनी चाही पर उसने नहीं मारने दी. तो फिर मैंने उसकी चूत का भोसड़ा बनाया और उसको खूब चोदा. पर दोस्तों असली मजा तो उसकी गांड मारने में ही है.

उसकी गांड़ में अलग ही बात है. उसकी गांड़ को देख कर दोस्तों, आप भी उसकी गांड मारना चाहेंगें. अब जब मैं उसकी गाण्ड मारूँगा तो फिर आप सब को जरूर बताऊंगा.

आपको मेरी यह कहानी कैसी लगी. मुझे मेल करके जरूर बताइये. मेरी मेल आईडी – [email protected]

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