ट्यूशन टीचर को चोद कर दो बच्चों की मां बनाया

फिर वो अपने हाथ से मेरे लण्ड को पकड़ कर अंदर करने की कोशिश करने लगी और मुझसे बोली, “अब डाल भी दे, कितना तड़पायेगा?” फिर मैंने अपना लण्ड उसकी चूत पर रखा और एक झटका मारा तो मेरा सुपाड़ा उसकी चूत में चला गया. उसे काफी दर्द हुआ और वो चीखने लगी. उसकी चीख सुन कर मैं डर गया और जल्दी से उसके होंठ से अपने होंठ को चिपका दिए ताकि आवाज़ बहार न जाये…

हेल्लो दोस्तों, मेरा नाम कमल है और मैं पंजाब का रहने वाला हूँ. अन्तर्वासना पर ये मेरी पहली कहानी है. दोस्तों, मैं शरीर से मजबूत हूँ और जिम जाने से मेरी बॉडी भी काफी अट्रैक्टिव बनी हुयी है.

मैं ट्यूशन करता था और मेरी ट्यूशन टीचर का नाम पूनम है. वो बहुत ही सुंदर है और उसका फिगर 34-28-36 है. उसके मम्मे पूरे गोल हैं और बड़े है. जल्दी ही उसकी शादी होने वाली थी.

मेरी यह बात पूनम की शादी से दो दिन पहले की है. उस दिन उसका बर्थ डे था और उसने सभी स्टूडेंर्स की छुट्टी की हुयी थी. मुझे याद आया कि आज तो पूनम का बर्थडे है तो मैं उसके घर पहुंच गया. उनके दो घर हैं एक घर में शादी के तैयारी चल रही थी और दूसरे घर में वो हम सबको पढ़ाती थी. हम सब के एग्जाम थे इस कारण उसे पढ़ाना पड़ रहा था.

करीब करीब मेरी ही उम्र की है तो मैं उसे पूनम ही कहता था. जब मैं पहुंचा तो वो घर में अकेली थी और फ़ोन पर किसी से बात कर रही थी. मुझे देख कर उसने फ़ोन बन्द कर दिया और कहा कि आज तो छुट्टी है तो तुम कैसे आ गए.

फिर मैंने उसे विश किया तो पूनम मुझे थैंक्यू कहा और बोली, “तुझे याद था!” मैंने हां कहा. इसके बाद उसने मुझे सोफ़े पर बिठा कर रसोई से मिठाई और ठंडा ले आई.

फिर हमारे बीच बात होने लगी. मैंने उससे बातों ही बातों में कहा कि अब तू चली जायेगी और फिर तुझे मेरी याद ही नहीं आएगी. इतना कहने के बाद मैंने आँख मार दी. इस पर उसने कहा कि मैं तुझे कभी भूल ही नहीं सकती! इतना कह कर वो रसोई में चली गयी.

रसोई से उसने मुझे आवाज़ लगाई और कहा, “जरा वो डिब्बा तो उतार कर देना.” जब मैं डिब्बा उतारने के लिए आगे हुआ तो वो बीच में आ रही थी क्योंकि उनकी रसोई बहुत छोटी थी. फिर मैंने अपना एक हाथ ऊपर किया तो मेरा दूसरा हाथ उसकी कमर पर लग गया. इस बात का मुझे कुछ पता ही नहीं चला. इस पर उसने कुछ नहीं कहा.

फिर मैंने अपना दूसरा हाथ भी ऊपर को किया तो उसके गोल – गोल मम्मे मुझसे टच हो रहे थे. मेरा एक दम से लण्ड (पिंटू) खड़ा हो गया. मैंने पजामा डाल रखा था और उसके नीचे कुछ नहीं था.

फिर जब मैं वापस मुड़ा तब मेरा लण्ड उसकी चूत (पिंकी) पर टच हो गया. इसके बाद फिर मैंने संभलने के लिए अपना एक हाथ उसके के कन्धे पर रखा तो वो अचानक से फिसल मर उसके मम्मों पर आ गया. अब मैंने डिब्बा उतार कर दे दिया.

इसके बाद मैंने उससे मजाक में कहा, “अब तो तुम्हारी पिंकी, पिंटू के लिए तरस रही होगी!” तो उसने कहा कि क्या बोले? मुझे समझ नहीं आया, दोबारा कहना जरा. तो फिर मैंने कहा, “बस यूं ही था, कुछ खास नहीं.” इस पर वो हंसने लगी.

फिर उसने मुझसे अपना गिफ्ट मांगा तो मैंने कहा कि क्या चाहिए तुझे? बता वही दे दूंगा. इस पर उसने अचानक से मेरे लण्ड को पकड़ लिया और पाजामे के ऊपर से उस पर हाथ फेरने लगी. यह देख मैंने कहा, “तेरे लिए तो है ही, चाहिए तो ले लो.”

अब वो हंसने लगी और फिर मेरे लण्ड को बाहर निकाल कर आगे – पीछे करने लगी. फिर मेरे लण्ड को पकड़ कर मुझे कमरे में ले गयी. जैसे किसी बच्चे की उंगली पकड़ कर उसे चलाते है, वैसे ही उसने मेरा लण्ड पकड़ रखा था. फिर उसने कहा, “तेरा पिंटू तो बहुत बड़ा और मोटा है.”

इस पर मैंने उससे कहा कि इस पर मैं सांडे के तेल की मालिश करता हूँ. फिर उसने मेरे लण्ड को मापा तो मेरा लन्ड 8 इंच का निकला. इसके बाद हम एक – दूसरे को चूमने लगे और करीब 15 मिनट तक चूमते ही रहे.

उसे चूमते – चूमते मैंने उसके सारे कपड़े उतार दिए और फिर वो मेरे सामने पूरी की पूरी नंगी हो गई. इसके बाद मैंने उसके पूरे बदन को चूमने लगा. अब मैं उसकी चूत को भी चूमने लगा था. उसकी चूत अभी तक सील पैक थी.

फिर मैंने उससे कहा कि मेरा लण्ड मुंह में लोगी तो उसने मना कर दिया. तो मैंने भी जिद नहीं की. फिर उसने मुझे नीचे लिटा लिया और चूमने लगी. अब वो मेरे ऊपर बैठ कर लण्ड को चूत में लेने की कोशिश कर रही थी, मगर लन्ड अंदर जा ही नहीं रहा था.

फिर उसने कहा कि तेरा काफी मोटा है, जा नहीं रहा है तो मैंने कहा, “रुक, तू नीचे आ जा, अब मैं तेरी पिंकी को ठंडा करता हूँ.” फिर मैंने उसे नीचे कर दिया और अपने लण्ड को उसकी चूत पर रगड़ने लगा. जिससे वो और ज्यादा गर्म हो रही थी.

फिर वो अपने हाथ से मेरे लण्ड को पकड़ कर अंदर करने की कोशिश करने लगी और मुझसे बोली, “अब डाल भी दे, कितना तड़पायेगा?” फिर मैंने अपना लण्ड उसकी चूत पर रखा और एक झटका मारा तो मेरा सुपाड़ा उसकी चूत में चला गया. उसे काफी दर्द हुआ और वो चीखने लगी. उसकी चीख सुन कर मैं डर गया और जल्दी से उसके होंठ को अपने होंठ से चिपका दिए ताकि आवाज़ बहार न जाये.

5 मिनट तक किस करने के बाद मैंने एक और झटका मारा. इस झटके से मेरा आधा लन्ड उसकी चूत के अंदर चला गया. अब दर्द उसकी सहन के बाहर था और वो मुझे धक्के मार कर अपने ऊपर से हटाने की कोशिश करने लगी लेकिन मैं नहीं हटा.

अब मैंने बिना कुछ सोचे – समझे एक और झटका मारा, जिससे मेरा पूरा लण्ड उसकी चूत में चला गया. दर्द के कारण उसने अपने हाथ के नाख़ून मेरी पीठ में गड़ा दिए. उसकी सील भी अब टूट चुकी थी. इस कारण उसकी चूत से और मेरी पीठ से खून निकलने लगा था.

अब मैं एक बार फिर उसे किस करने लगा. करीब 15 मिनट के बाद वो नॉर्मल हो गयी और मेरा साथ देने लगी. अब मैंने धक्के लगाना शुरू किया और धीरे – धीरे अपनी रफ़्तार तेज़ करता गया. अब वो लगातार ‘ऊऊऊऊऊ आआआआआ ईईईईई हम्मम्मम्म’ करती रही. उसकी सिसकियों की आवाज़ पूरे कमरे में गूंजने लगी थी.

उसकी आवाज़ से मैं और गर्म होने लगा. करीब 20 मिनट तक सीधा चोदने के बाद मैंने उसे डॉगी स्टाइल में चोदाना शुरू किया. अब वो भी पीछे होकर बिना लन्ड बाहर निकाले खुद चुद रही थी.

फिर मैं नीचे लेट गया वो मेरे ऊपर बैठ गयी. अब उसकी पीठ मेरे सामने थी और वो मेरी टांगों को पकड़ कर ऊपर – नीचे होने लगी. फिर कुछ देर बाद मैंने उसे फिर नीचे लिटा दिया और मैं उसके ऊपर आ गया. अब मैं कभी उसके होंठ चूमता तो कभी मम्मे चुसता.

करीब 10 मिनट के बाद वो झड़ गयी और फिर मैंने भी अपनी रफ़्तार तेज़ कर दी और फिर उसके अंदर ही अपना पानी झाड़ दिया.

अब मैं थक गया था और आधा घंटा तक उसके उपर ही लेता रहा. करीब 45 मिनट तक चले इस खेल के दौरान वो 3 बार झड़ी थी. जब वो तीसरी और आखिरी बार झड़ी तो उसने एक बार फिर से अपने नाख़ून मेरी पीठ में गड़ा दिए. इसके बाद में उसने खुद ही डेटोल से मेरे जख्म साफ़ किये.

इसके बाद उसकी शादी हो गई. अपनी शादी के करीब साल भर बाद वो मुझसे मिली. वो अपने घर अपने 2 बेटों के साथ आई हुयी थी. उस दिन उसने मुझसे कहा कि ये दोनों जुड़वाँ है और तेरी ही औलादें हैं.

दोस्तों, आपको मेरी यह पहली कहानी कैसी लगी? मुझे मेल करके जरूर बताएं. मेरी मेल आईडी –
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