मेरे रूम के बगल में एक छोटा सा कॉन्वेंट स्कूल था. वहां पढ़ाने वाली एक खूबसूरत मैम से मैंने दोस्ती कर ली. एक दिन काम के कारण उन्हें मेरे रूम पर रुकना पड़ा. वे अपनी सहेली के साथ रुकी थीं. रात में मैंने उंगली से उनकी सील तोड़ी और उनकी सहेली को भी चोदा. मैंने मैम की गांड भी मारी…
हेलो दोस्तों, नमस्कार! मेरा नाम विनोद है और मैं एक कॉन्ट्रैक्टर के साथ काम करता हूं. मेरी उम्र 23 साल है. उन दिनों काम के सिलसिले में मैं अपने गांव से 70 किलोमीटर दूर एक शहर में रहता था. वहां मेरा कोई जानने वाला नहीं था इसलिए मैंने किराये पर एक रूम ले लिया था.
मेरे रूम के बगल वाली बिल्डिंग में एक छोटा सा कॉन्वेंट स्कूल चलता था. मेरे गेट से उस स्कूल की एक पूरी क्लास दिखाई देती थी. शुरू – शुरू में मुझे उसके बारे में पता नहीं था. लेकिन एक दिन मैं सुबह – सुबह नहाने के लिए कमरे से बाहर निकला तभी मेरी नज़र पढ़ते हए बच्चों पर पड़ी.
बच्चों को करीब 22 साल की एक खूबसूरत मैम पढ़ा रही थीं. उस मैम का फ़िगर कमाल का था. दोस्तों, नहाने के लिए मैं कपड़े उतार कर जाता था. मैं रेगुलर जिम भी जाता हूं, इससे मेरी बॉडी काफी कसी हुई है और मेरे रूम के साथ बाथरूम भी नहीं है इसलिए मैं बाहर ही नहाता था. उस दिन मैम को देख कर मेरे दिमाग में उन्हें चोदने का खयाल आया लेकिन ये इतना जल्दी सम्भव न था तो फिर मैंने नहाने का प्रोग्राम रोका और टॉयलेट में जाकर मुठ मार लिया.
ऐसे ही कुछ दिन बीत गए. मैं रोज उस खूबसूरत मैम को देखता और टॉयलेट जाकर मुठ मारता था. मेरा जुगाड़ नहीं हो पा रहा था. एक दिन मैंने अपने मकान मालिक के 5 साल के बेटे को तैयार किया और उसे लेकर मैम के पास पहुंच गया. उसे इसलिए ताकि मैम के पास जाने का बहाना मिल जाए.
स्कूल पहुंच कर मेरी उनसे थोड़ी बातचीत हुई. मैंने उनसे मकान मालिक के बेटे की पढ़ाई के लिए सलाह मांगी. उन्होंने अच्छी सलाह दी. इसी बीच मैंने उनसे पूछ लिया कि आपकी शादी हुई या नहीं? इस पर उन्होंने बताया कि अभी मेरी उम्र ही क्या है जो शादी कर लूं! फिर मेरे पूछने पर उन्होंने अपनी उम्र बताई. वो तो मुझसे भी छोटी थीं. फिर ऐसे ही कुछ और बातें हुईं. वो मुस्कुरा के मेरे मुझसे बात कर रही थीं.
अब ये हमारा रोज का काम हो गया. मैं रोज सुबह उनसे बात करने पहुंच जाता था. वो भी मुझसे कुछ कहती नहीं थीं. फिर एक दिन मैंने उनसे कहा कि मैम, आप बहुत सुंदर दिखती हो. इस पर उन्होंने बस मुस्कुरा दिया और कहा कुछ नहीं. फिर थोड़ी बातचीत करने के बाद मैं वापस अपने रूम चला आया.
दोस्तों, मैं तो आप सबको ये बताना ही भूल गया था कि मैम पढ़ाने के लिये रोज गांव से आती थीं. एक दिन स्कूल में एक प्रोग्राम था. वह 6 बजे से शुरू होने वाला था. उसके एक दिन पहले मैम मेरे पास आईं और बोलीं – पता करिये कि क्या कोई रूम एक दिन के लिए रेंट पर मिल सकता है क्या? मैंने कहा – ठीक है मैं कोशिश करता हूं. दोस्तों, जिस शहर में मैं रहता था वो बहुत बड़ा नहीं था. होटल तो थे लेकिन वहां रुकने का कोई इंतज़ाम नहीं था.
मैंने मैम के साथ मिल कर पूरा एरिया छान मारा लेकिन कहीं कोई रूम न मिला. इस पर मैंने मैम से कहा कि बाहर कहीं रूम तो मिल नहीं रहा, अगर आपको कोई प्रॉब्लम न हो तो आप मेरे रूम पर रुक जाओ. कोई ऑप्शन न देख वो भी तैयार हो गईं.
उनके साथ एक और मैम थीं तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं समझ आई. इसके बाद फिर मैंने खाने का इंतज़ाम किया और तीनों ने साथ बैठ कर खाया. सोने के लिए एक ही बेड होने के कारण हमने नीचे ही सोने का निश्चय किया.
इसके बाद बिस्तर लगाकर एक साइड में मैं और एक साइड में मैम की सहेली लेट गईं. बीच में मैम लेट गईं. लेटने के बाद जल्दी ही वो दोनों सो गईं लेकिन मुझे नींद नहीं आ रही थी. मैं 1 महीने से उन्हें चोदना चाहता था, आज मेरा वो सपना पूरा होने वाला था. लेकिन मैं कैसे कर पाऊंगा ये मुझे अभी भी नहीं सूझ रहा था. मैं बस मैम को देखे जा रहा था.
नींद तो शायद मैम को भी नहीं आई थी. थोड़ी देर बाद जब मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ तो मैंने अपनी चड्ढी में हाथ डाला और लन्ड को धीरे – धीरे हिलाने लगा ताकि मैम को पता न चल पाए. लेकिन मेरी कोशिश के बाद भी शायद उन्हें मेरी इस हरकत के बारे में पता चल गया था. वे इधर से उधर करवट ले रही थीं.
दूसरी वाली मैम अब तक गहरी नींद में सो चुकी थीं और खर्राटे ले रही थीं. फिर मुठ मारना बंद करके थोड़ी देर बाद मैंने जान – बूझकर अपना एक पैर मैम के पैर पर रख दिया. उन्हें लगा शायद मैंने नींद में किया हो. इस पर वो कुछ नहीं बोलीं.
मेरा लन्ड तो पहले से ही खड़ा था. अब पैर रखने की वजह से मैं उनके थोड़ा और पास आ गया था. इससे जब भी करवट लेतीं तो मेरा लन्ड उनकी बॉडी में टच होता. अब तो शायद वो भी मेरे इरादे समझ गई थीं. लन्ड टच होने के बाद भी उन्होंने कुछ नहीं कहा.
इससे मेरी हिम्मत बढ़ी और मैंने उनकी कमर पर हाथ रख दिया. इसके बाद भिजब वो कुछ नहीं बोलीं तो मैंने कमर को सहलाने लगा और कोई नकारात्मक प्रतिक्रिया न होने पर धीरे – धीरे हाथ को चूत तक ले गया. चूत पर हाथ रखते ही वो सिसकारी लेने लगीं.
अब मुझे ग्रीन सिग्नल मिल गया था. फिर मैंने मैम के बूब्स पर अपना हाथ रख दिया. बूब्स पर हाथ रखने भर की देरी थी कि मैम मेरी तरफ पलट गईं और अभी तक बंद रही अपनी आंखें खोल दीं. फिर क्या था मैं उनके नशीले होंठों पर टूट पड़ा और किस करने लगा. वो भी मेरा साथ दे रही थीं. दोस्तों, वो इतनी उत्तेजित हो गई थीं कि उन्होंने मेरे बाल नोंचना शुरू कर दिया था.
इतना सब होने के बाद भी और कुछ नहीं हो पा रहा था क्योंकि बगल में दूसरी मैम लेटी थीं. लेकिन मुझे तो आज सब कुछ करना था क्योंकि पता नहीं फिर कब इतना मस्त मौका मिले न मिले.
यही सोच कर मैं रूम से बाहर आया और एक जगह देख कर मैम को ले गया. मस्त जगह थी. बाहर आने के बाद मैं फिर उन्हें किस करने लगा और साथ में उनके बूब्स भी दबाने लगा. मैम बहुत ही ज्यादा उत्तेजित थीं और उनके मुंह से तेज सिसकारियां निकल रही थीं.
उनकी सिसकारियां सुन कर अंदर सो रही मैम जाग गईं औए बाहर आ कर हमें देख लिया. उन्हें देख कर हम दोनों डर गए. फिर उन्होंने हमने अंदर बुलाया. हमें लगा था कि अब हम गाली वाली खाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
अंदर पहुंचते ही उन्होंने सीधा मेरे लन्ड को पकड़ लिया और मुंह में लेकर चूसने लगीं. अब एक मैम मेरे लन्ड को मुंह में लेकर चूस रही थीं और दूसरे का मैं बूब्स दबा रहा था. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. करीब आधे घण्टे तक यही खेल चलता रहा.
इसके बाद मैंने पहली वाली मैम जिन्हें मैं चोदना चाहता था उन्हें लिटा दिया. दोस्तों, मेरा लन्ड 9 इंच लम्बा और 4 इंच मोटा है. मैम की सील भी अभी तक नहीं टूटी थी. जब उन्होंने मुझे यह बताया तो मैं खुश हो गया. फिर मैंने उनकी चूत में उंगली डाल उनकी सील तोड़ दी.
सील टूटने से हल्का खून आया और उन्हें दर्द भी हुआ लेकिन वो सह गईं. इसके बाद मैंने लन्ड को उनकी चूत पर सेट किया और जोर से एक धक्का मारा. इससे मेरा आधा लन्ड उनकी चूत में घुस गया. उन्हें बहुत दर्द हुआ और वह रोने लगीं.उन्हें रोते देख मैं रुक गया.
करीब 1 मिनट बाद मैंने अचानक एक और धक्का लगाया. इस धक्के की वजह से मेरा पूरा लन्ड उनकी चूत में समा गया. उनके7 आंखों से अभी भी पानी निकल रहा था. फिर मैं लन्ड को धीरे – धीरे आगे – पीछे करने लगा. थोड़ी देर में उनकी चूत ढीली हो गई. जिससे लन्ड के अंदर – बाहर होने में काफी आसानी हो रही थी.
अब मैम भी जोश में आ गई थीं. उन्होंने ऊपर – नीचे अपनी गांड हिलानी शुरू कर दी. यह देख मैंने अपने धक्कों की रफ्तार बढ़ा दी. मैंने 90, 120, 180 सभी एंगल से उन्हें चोदा. जब मैं पहली मैम कोचोद रहा था तब दूसरी मैम कभी मेरी गांड को चाटती तो कभी पहली मैम के मम्मों को दबाने लगतीं. करीव 10 मिनट तक मैं उन्हें लगातार चोदता रहा. इस दौरान वो 2 बार झड़ चुकी थीं.
इसके बाद मेरा उनकी गांड मारने का मन हुआ. मैंने कहा तो वे मना करने लगीं लेकिन मैं नहीं माना. इसके बाद मैंने उन्हें पलटा और चूतड़ों पर थप्पड़ मारते हुए लन्ड गांड पर रख कर धक्का दे दिया. दोस्तों, उसने आज तक गांड में उंगली भी नहीं ली थी. मेरा लम्बा लन्ड अंदर जाने से वो बेसुध सी हो गई. उनकी आंखों से लगातार आंसू आ रहे थे. इसके बावजूद मैं नहीं मान रहा था और थप्पड़ मारते हुए लन्ड अंदर – बाहर करने लगा.
मैंने करीब आधे घण्टे तक उनकी गांड मारी. इसके बाद जब मैं झड़ने को हुआ तो लन्ड बाहर निकाल कर पूरा स्पर्म उनके मुंह मेंडे दिया और फिर वैसे ही उनके ऊपर लेट गया. मैं करीब 1 घण्टे तक उनके ऊपर लेता रहा. इस दौरान दूसरी वाली मैम मेरे लन्ड के साथ खेल रही थीं.
फिर उनके ऊपर से उठने के बाद मैं दूसरी मैम के ऊपर टूट पड़ा. वो पहले से चुदी थीं और एक्सपीरियंस वाली थीं. उनको मेरे लम्बे और मोटे लन्ड से ज्यादा परेशानी नहीं हुई. वो बराबर मेरा साथ दे रही थीं. मैंने उन्हें पूरी रात चोदा. इस दौरान पहली मैम बगल में बैठीं हमारी चुदाई देख कर रात भर उसका मज़ा लेती रहीं और हम में से कोई भी सोया नहीं.
इसके बाद सुबह उठ कर दोनों ने मेरे सामने ही नंगे होकर अपने कपड़े चेंज किये. नहाने का इंतज़ाम तो मेरे यहां था नहीं इसलिए उन्होंने नहाया नहीं और फिर स्कूल निकल गईं. अब तो हफ्ते में दो बार वो दोनों स्कूल में प्रोग्राम का बहाना बनाकर मेरे रूम पर रुकतीं और मैं उनकी ठुकाई करता.
कहानी कैसी लगी, कमेंट करके जरूर बताएं.